नई दिल्ली/पहलगाम – जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बायसरन घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं। इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की अहम बैठक हुई, जो करीब ढाई घंटे तक चली। बैठक के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि भारत अब आतंकवाद को लेकर किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतेगा।
सिंधु जल संधि पर बड़ा फैसला
1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया गया है। भारत ने स्पष्ट किया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को रोकने की ठोस गारंटी नहीं देता, यह संधि बहाल नहीं होगी।
सीमा पर सख्ती
भारत ने अटारी बॉर्डर का एकीकृत चेक पोस्ट भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। जो पाकिस्तानी नागरिक वैध वीजा के साथ भारत में हैं, उन्हें 1 मई 2025 तक भारत छोड़ने का समय दिया गया है।
वीज़ा रियायतें रद्द
सार्क वीज़ा छूट योजना रद्द कर दी गई है। पुराने SPES वीज़ा अमान्य करार दिए गए हैं और पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने के आदेश दिए गए हैं।
राजनयिक स्तर पर कार्रवाई
नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित कर एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही भारत ने अपने सैन्य सलाहकारों को भी इस्लामाबाद से वापस बुलाने की घोषणा की है।
हमले के दोषियों को सजा दिलाने की प्रतिबद्धता
विदेश सचिव ने कहा, “चाहे हमलावर देश में हों या विदेश में, सरकार उन्हें खोजकर भारत की अदालतों के सामने लाएगी।” उन्होंने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण का उदाहरण देते हुए यह बात कही।
शहीदों को श्रद्धांजलि
गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर के पीसीआर में हमले में मारे गए 26 लोगों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
आतंकियों की पहचान
इस हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकियों आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख की पहचान हुई है। आदिल का संबंध लश्कर-ए-तैयबा और आशिफ का जैश-ए-मोहम्मद से है। दो पाकिस्तानी आतंकियों की भी पहचान की गई है। हमले की रिकॉर्डिंग के लिए आतंकियों ने बॉडी कैमरा का इस्तेमाल किया।
देशभर में अलर्ट
हमले के बाद जम्मू-कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षा एजेंसियां, सेना और NIA पूरी तरह सतर्क हैं। ड्रोन और हेलिकॉप्टर से पहलगाम में निगरानी की जा रही है।
