हल्द्वानी। उत्तराखंड में लंबे समय से युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे नकल माफिया पर अब पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। हल्द्वानी पुलिस ने एक बड़े ऑपरेशन के तहत नकल कराने वाले एक खतरनाक गैंग का भंडाफोड़ करते हुए गैंग लीडर सहित 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर हाईटेक तरीकों से नकल करवाता था
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने टीपीनगर क्षेत्र स्थित होटल जलविक के कमरे नंबर 103 में छापा मारकर यह सफलता हासिल की। मौके से लैपटॉप, मोबाइल, वाई-फाई डोंगल जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ एफआईआर संख्या 270/2025, धारा 318(4), 319(2), 3(5) BNS एवं 66(D) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
- सुनील कुमार (गैंग लीडर), बागपत, उत्तर प्रदेश
- परविंदर कुमार (गैंग लीडर), मूल निवासी बागपत, हाल निवासी देहरादून
- रमाकांत शर्मा उर्फ राहुल, बुलंदशहर
- अभिषेक कुमार, हाथरस
- विशाल गिरी, मेरठ (हाल निवासी हरिद्वार)
- आफताब खान, मुजफ्फरनगर
- अरुण कुमार, मुजफ्फरनगर
- शिव सिंह, हाथरस
- जसवीर सिंह, रोहतक (हरियाणा)
ऐसे करते थे नकल का धंधा:
पूछताछ में खुलासा हुआ कि सभी आरोपी एक-दूसरे को पहले से जानते थे और अधिकांश पर कर्ज था। पैसों के लिए उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान ऑनलाइन सिस्टम में सेंधमारी कर सॉल्वर के जरिए अभ्यर्थियों को पास कराने की योजना बनाई। इसके लिए हल्द्वानी में ज्ञानकोश डिजिटल लाइब्रेरी को लीज पर लिया गया और वहां से रिमोट एक्सेस टूल्स जैसे AnyDesk और Ammy Admin के जरिये नकल कराई जाती थी। हर छात्र से 4 लाख रुपये वसूलने की योजना थी।
बरामद सामान:
- 2 लैपटॉप (Lenovo और HP कंपनी)
- 1 वाईफाई डोंगल
- 11 मोबाइल फोन
- चार्जर व अन्य उपकरण
अपराध इतिहास:
- सुनील कुमार पर पहले से दो केस दर्ज हैं (धोखाधड़ी, जालसाजी आदि)
- परविंदर और जसवीर पर भी धोखाधड़ी से संबंधित मामले मेरठ में दर्ज हैं।
पुलिस टीम में शामिल अधिकारी:
टीम का नेतृत्व प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव ने किया। उनके साथ 17 पुलिसकर्मी और SOG टीम के सदस्य भी शामिल थे।
SSP नैनीताल ने टीम को ₹2500 नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
