कोटद्वार। उत्तराखंड में पहाड़ों से होने वाले हादसे एक बार फिर जानलेवा साबित हुए। सोमवार सुबह सिद्धबली मंदिर के समीप एक दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब सवारियों से भरी एक मैक्स वाहन पर अचानक पहाड़ी से बड़ा बोल्डर गिर गया।
यह घटना विकासखंड रिखणीखाल के किल्बोखाल क्षेत्र से कोटद्वार की ओर आ रही मैक्स वाहन (यूके11टीए1610) के साथ सुबह करीब 10 बजे घटी। वाहन को ग्राम लेकुली निवासी देवेंद्र उर्फ धर्मू (30) चला रहा था। वह सुबह छह बजे गांव से यात्रियों को लेकर रवाना हुआ था। रास्ते में कई गांवों से कुल नौ सवारियां वाहन में बैठ गई थीं।
कोटद्वार से करीब ढाई किलोमीटर पहले, नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ी से भारी बोल्डर सीधे वाहन के अगले हिस्से पर गिरा। हादसा इतना जबरदस्त था कि अगली सीट पर बैठे सतवीर (20 वर्ष, ग्राम लेकुली) और रवींद्र (30 वर्ष, ग्राम फतेहपुर) की मौके पर ही मौत हो गई।
ड्राइवर देवेंद्र सहित अन्य सात लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इनमें से दो—देवेंद्र और दिनेश (40 वर्ष, बमणखोला निवासी)—की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया है। बाकी घायलों का उपचार कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में चल रहा है।
सवारियों की पहचान इस प्रकार है:
वीरेंद्र कुमार (ग्राम ढिमकी)
मीनाक्षी (23), पुत्री वीरेंद्र
सिमरन (20), पुत्री मनीराम
पंकज (18), पुत्र हरीश चंद्र
पीयूष (17), पुत्र सुरेंद्र सिंह
प्रशासनिक लापरवाही सवालों के घेरे में
बारिश के चलते लगातार हो रहे भूस्खलन के बावजूद यात्रियों से भरे वाहनों को इस मार्ग पर चलने दिया जाना स्थानीय प्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़े करता है। लोगों का कहना है कि संबंधित विभागों को ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि बरसात के मौसम में हाईवे पर सुरक्षा के लिए मजबूत ग्रिल लगाई जाए और जोखिम भरे क्षेत्रों में रुक-रुक कर ट्रैफिक चलाया जाए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
