लालकुआं/
हल्द्वानी के बरेली रोड स्थित शिवा पैलेस होटल के साझेदारों के बीच चल रहा विवाद आखिरकार खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया। होटल में साझेदारी को लेकर उपजा मतभेद इतना बढ़ गया कि गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित क्लासिक रेजीडेंसी सोसायटी में होटल कारोबारी राहुल डागर की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
घटना का खुलासा करते हुए एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा ने बताया कि 1 जून की रात को हुई इस हत्या के पीछे गहरी साजिश और पुरानी रंजिश थी। मुख्य आरोपी मोहित चौधरी और रितेश बिंदल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। हत्या में प्रयुक्त अवैध पिस्टल भी बरामद कर ली गई है।
साझेदार से बना दुश्मन
जांच में सामने आया कि होटल में लेन-देन को लेकर राहुल डागर और मोहित चौधरी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। राहुल ने मोहित को अपने साझेदार रितेश बिंदल को दो लाख रुपये ब्याज पर दिलवाए थे। जब ब्याज की रकम वापस नहीं मिली तो राहुल ने दोनों से तगादा शुरू किया, जिससे तनाव बढ़ता गया।
परिवार के सामने की थी पिटाई
हत्या से एक सप्ताह पहले राहुल डागर ने मोहित चौधरी के घर जाकर उसकी पिटाई कर दी थी। उस वक्त मोहित की पत्नी और बच्चे भी मौजूद थे। इस अपमान से गुस्साए मोहित ने रितेश बिंदल से पिस्टल की व्यवस्था कर राहुल की हत्या की योजना बना डाली।
ऐसे रची गई हत्या की साजिश
1 जून की रात करीब 9:15 बजे राहुल डागर अपने भतीजे आशीष के साथ स्कॉर्पियो से रितेश बिंदल के ऑफिस पहुंचे। वहां पहले से मौजूद मोहित, नागेंद्र चौधरी, मनीष चौधरी, प्रदीप उर्फ मंत्री सहित अन्य साझेदारों ने राहुल पर हमला कर दिया। मोहित ने तीन गोलियां चलाईं, जिसमें एक गोली राहुल को लगी और उसकी मौत हो गई, जबकि दूसरी गोली आशीष के पैर में लगी।
महिला कर्मी से नजदीकी भी बना विवाद का कारण
एसीपी पूनम मिश्रा ने बताया कि हल्द्वानी के शिवा होटल की रिसेप्शनिस्ट महिला से राहुल डागर की नजदीकी भी विवाद का एक बड़ा कारण बनी। आरोपी मोहित चौधरी इस रिश्ते का विरोध करता था। बताया गया कि वह महिला मोहित के भी संपर्क में थी, जिससे उनके बीच विवाद और गहराता चला गया।
साझेदारी में धोखा बना जानलेवा
राहुल डागर को होटल का साझेदार तो बनाया गया था, लेकिन होटल से होने वाली कमाई को अन्य साझेदार अपने निजी खातों में डाल रहे थे। जब राहुल ने इसका विरोध किया तो वही साझेदार उसके खिलाफ साजिश रचने लगे।
पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी। मामला व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा, निजी रंजिश और धोखाधड़ी का संगीन रूप सामने लाता है, जो अंततः एक खौफनाक हत्या में तब्दील हो गया।
