देहरादून। उत्तराखण्ड एसटीएफ ने नकली जीवन रक्षक दवाइयों का गोरखधंधा करने वाले गिरोह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया है। ताजा कार्रवाई में टीम ने हिमाचल प्रदेश के बद्दी से प्रिंटिंग प्रेस मालिक विजय कुमार पाण्डेय (58) को दबोच लिया, जो नामी कंपनियों की हूबहू नकली पैकिंग तैयार करता था।
कैसे चलता था गोरखधंधा?
एसटीएफ के अनुसार, आरोपी ब्रांडेड दवा कंपनियों की नकली पैकिंग बनाकर जीवन रक्षक दवाइयों को बाजार में उतारते थे। इन नकली दवाइयों से मरीजों की जान पर गंभीर खतरा मंडराता था, साथ ही सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान भी हो रहा था।
इस गिरोह का खुलासा जून में हुआ था, जब पहली गिरफ्तारी के दौरान भारी मात्रा में नकली रैपर, आउटर बॉक्स, लेबल और क्यूआर कोड बरामद किए गए। अब तक संतोष कुमार, नवीन बंसल, आदित्य काला, देवी दयाल गुप्ता और पंकज शर्मा सहित 5 आरोपी पकड़े जा चुके हैं।
पूछताछ में नवीन बंसल ने बताया कि वह नकली दवा स्ट्रिप्स बनाने के लिए एल्यूमिनियम फॉयल पर ब्रांडेड कंपनियों का नाम और क्यूआर कोड प्रिंट करवाता था। इसके लिए वह बद्दी की S.V. Foil कंपनी के मालिक विजय कुमार पाण्डेय से संपर्क करता था, जो पैकिंग सामग्री उपलब्ध कराता था।
गिरफ्तार आरोपी का विवरण
- नाम: विजय कुमार पाण्डेय
- पिता का नाम: धनेश्वर कुमार पाण्डेय
- स्थायी पता: ग्राम कमलापति पट्टी, थाना हरलाकी, जिला मधुबनी (बिहार)
- वर्तमान पता: नालागढ़, बद्दी (हिमाचल प्रदेश)
- उम्र: 58 वर्ष
एसएसपी एसटीएफ का बयान
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि नकली दवा कारोबारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी रहेगी। गिरोह की पूरी कुंडली खंगाली जा रही है और इस अपराध से जुड़े हर शख्स को गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
