उत्तराखंड सरकार के कुमाऊं संभागीय ड्रग कंट्रोलर हेमंत नेगी और जिला औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट के निर्देशन में आज हल्द्वानी के एक प्रतिष्ठित होटल में जिला केमिस्ट एसोसिएशन नैनीताल की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में नैनीताल, रामनगर, हल्द्वानी और लालकुआं यूनिटों के पदाधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक का मुख्य उद्देश्य ड्रग विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को मेडिकल स्टोर संचालकों तक पहुंचाना और उनके क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना रहा।
यह रहे बैठक के मुख्य बिंदु:
- फार्मासिस्ट की अनिवार्यता: सभी मेडिकल स्टोरों में पंजीकृत फार्मासिस्ट की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
- बायो वेस्ट प्रबंधन: स्टोर से निकलने वाले दवा अपशिष्ट (बायो वेस्ट) के सुरक्षित निस्तारण पर चर्चा की गई।
- संवेदनशील दवाओं का रिकॉर्ड: NRX (नशे की प्रवृत्ति वाली दवाएं) और टीबी की H1 श्रेणी की दवाओं के वितरण का रजिस्टर विधिवत मेंटेन करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
- निरीक्षण टीम को सहयोग: सभी पदाधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान ड्रग विभाग को पूर्ण सहयोग देने की सहमति व्यक्त की।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सभी यूनिटें अपने-अपने क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर संचालकों की अलग-अलग बैठकें कर उन्हें इन दिशा-निर्देशों के बारे में अवगत कराएंगी। साथ ही, राज्य केमिस्ट महासंघ के उच्च पदाधिकारियों को भी इन निर्णयों से अवगत कराया जाएगा ताकि नीति-निर्माण में उनकी भूमिका और प्रभावी हो।
बैठक में ये पदाधिकारी रहे मौजूद:
- राजकुमार सेतिया (जिला अध्यक्ष, नैनीताल केमिस्ट एसोसिएशन)
- गोपाल अधिकारी (जिला सचिव)
- इकरार हुसैन (जिला कोषाध्यक्ष)
- उमेश गर्ग (अध्यक्ष, रामनगर केमिस्ट एसोसिएशन)
- संतोष तिवारी (अध्यक्ष, नैनीताल)
- भारती राठौर (महामंत्री, हल्द्वानी)
- गिरीश जोशी, अमित मिश्रा, आशीष भाटिया, अनिल अरोड़ा, मनोहर लाल समेत कई अन्य पदाधिकारी बैठक में उपस्थित रहे।
इस बैठक को केमिस्टों के हित में एक सकारात्मक पहल माना जा रहा है, जिससे नियमों के पालन में पारदर्शिता आएगी और अनावश्यक परेशानी से बचाव होगा।
