जोशीमठ के पास चांचडी गांव में दिल दहला देने वाली घटना, पुलिस ने सुलझाई आत्महत्या की गुत्थी
गोपेश्वर। जोशीमठ के सुभाई भविष्य बदरी मोटर मार्ग पर चांचडी गांव के पास बीते रविवार को जली कार में महिला का कंकाल मिलने की रहस्यमयी घटना ने गुरुवार को नया मोड़ ले लिया, जब महिला का भाई संतोष कुमार सेनापति का शव उसी क्षेत्र में गहरी खाई से बरामद हुआ। शुरुआती जांच में जहां हत्या की आशंका जताई जा रही थी, वहीं अब सामने आई जानकारी ने पूरे मामले को दर्दनाक पारिवारिक त्रासदी में बदल दिया है।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मृतका की पहचान ओडिशा के रायगड़ा नगर निवासी श्वेता सेनापति के रूप में हुई है, जबकि कार का स्वामी और लापता युवक उसका सगा भाई संतोष कुमार सेनापति था। घटनास्थल के पास 400 मीटर गहरी खाई से उसका शव मिलने के साथ ही यह साफ हो गया कि यह आत्महत्या का मामला है, जिसके पीछे आर्थिक तंगी और बार-बार रोजगार में असफलता प्रमुख कारण रहे हैं।
बताया गया कि दोनों भाई-बहन लंबे समय से आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे थे। अंततः उन्होंने आत्महत्या का कठोर निर्णय लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों ने पहले कीटनाशक खाया। फिर श्वेता की धार्मिक प्रवृत्ति को देखते हुए भाई संतोष ने बहन का अंतिम संस्कार कार में आग लगाकर किया और फिर खुद खाई में कूदकर जान दे दी।
इस दर्दनाक घटना की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा रविवार सुबह पुलिस को दी गई थी। पुलिस, एसडीआरएफ और आईटीबीपी की संयुक्त टीमों ने लगातार सर्च अभियान चलाया, जिसमें गुरुवार को सफलता मिली। शव की हालत और मौके से मिले साक्ष्य इस आत्मघाती कदम की पुष्टि करते हैं।
पोस्टमार्टम के लिए संतोष का शव ज्योतिर्मठ लाया गया है। पुलिस ने बताया कि उसके हाथ जले हुए थे और मुंह से झाग निकलने के निशान थे, जिससे जहर खाने की बात भी स्पष्ट होती है।
यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी को उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि आज भी कितने लोग आर्थिक अस्थिरता से टूट कर इस तरह के कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं।
