हल्द्वानी, 24 जुलाई 2025:
उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को निखारने और ईको पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में हल्द्वानी वन प्रभाग ने बड़ा कदम उठाया है। नंधौर रेंज के अंतर्गत आने वाले लाखनमंडी को ईको विलेज के रूप में विकसित किया जाएगा। इस खूबसूरत वन क्षेत्र में फैले आम के पेड़ों के बाग को आकर्षक पर्यटन स्थल में बदला जाएगा।
ईको टूरिज्म के तहत होगा विकास
वन प्रभाग ने इस परियोजना के लिए पांच करोड़ रुपये का प्रस्ताव शासन को भेजा है। हल्द्वानी के प्रभागीय वनाधिकारी कुंदन कुमार के अनुसार, प्रस्ताव के तहत पर्यटकों के लिए आधुनिक और प्राकृतिक सुविधाओं से लैस ईको विलेज तैयार किया जाएगा। यहां रिसेप्शन, ईको हट्स, कॉटेज, कैफेटेरिया, किचन, शौचालय, पेयजल व्यवस्था, कूड़ा प्रबंधन और प्रवेश द्वार का निर्माण किया जाएगा। क्षेत्र का सौंदर्यीकरण भी प्रमुख रूप से किया जाएगा।
प्राकृतिक सौंदर्य में निखार और रोजगार की नई राह
लाखनमंडी का आम बाग पहले से ही आकर्षण का केंद्र रहा है। इसे अब पर्यटन की दृष्टि से सजाया-संवारा जाएगा ताकि पर्यटक यहां आकर प्रकृति से जुड़ सकें और स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकें।
स्थानीय युवाओं को मिलेगा मौका
परियोजना के तहत स्थानीय युवाओं को नेचर गाइड के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा और उन्हें कार्य करने का अवसर भी मिलेगा। खासकर नंधौर और चोरगलिया क्षेत्र के युवाओं के लिए यह रोजगार का एक नया द्वार साबित होगा।
ईको टूरिज्म को मिलेगा संबल
वन विभाग का यह प्रयास न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
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मुख्य बिंदु:
लाखनमंडी को विकसित किया जाएगा ईको विलेज के रूप में।
वन विभाग ने शासन को भेजा 5 करोड़ रुपये का प्रस्ताव।
रिसेप्शन, हट्स, कैफेटेरिया समेत तमाम सुविधाएं होंगी शामिल।
स्थानीय युवाओं को मिलेगा गाइड बनने का अवसर।
पर्यटन, रोजगार और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा।
