लालकुआं | 13 जुलाई 2025
तराई केंद्रीय वन प्रभाग अंतर्गत टांडा रेंज की वन विभाग टीम ने शनिवार सुबह खैर की लकड़ी की तस्करी करने वाले गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की। टीम ने लगभग 80 किलोमीटर तक पीछा कर एक पिकअप वाहन को रामपुर-मुरादाबाद बॉर्डर के पास रैक्कानगला गांव से पकड़ने में सफलता हासिल की।
तेज रफ्तार में भागता रहा तस्कर, वन विभाग ने दबोचा
सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने यूपी 38 एटी 4820 नंबर की पिकअप गाड़ी को पकड़ा, जिसे समीर खान निवासी सम्भल, उत्तर प्रदेश चला रहा था। पकड़े जाने से बचने के लिए समीर ने चलती गाड़ी को गंदे पानी से भरे नाले में फेंक दिया और खुद कूदकर भागने लगा। लेकिन वन विभाग की टीम ने उसे कुछ दूरी पर दबोच लिया।
कुख्यात तस्कर गुरमीत सिंह के ढाबे से मिली खैर की लकड़ी
पूछताछ में समीर ने खुलासा किया कि तस्करी की खैर की लकड़ियां कुख्यात लकड़ी तस्कर गुरमीत सिंह के ढाबे में छिपाई गई हैं। वन विभाग ने मौके पर छापा मारकर 23 गिल्टें खैर की बरामद कीं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 1 लाख रुपये आंकी गई है।
गिरोह का मास्टरमाइंड सोनू कश्यप फरार
समीर की निशानदेही पर सामने आया कि इस तस्करी रैकेट का मास्टरमाइंड सोनू कश्यप पुत्र रूपकिशोर निवासी गदरपुर है, जो जंगल से लकड़ी कटवाकर गुरमीत सिंह के ढाबे में छिपाता था और फिर उसे हरियाणा के सोनीपत स्थित फैक्ट्री में बेच देता था। सोनू और गुरमीत दोनों फरार हैं और उन पर पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
लगातार दबिश जारी, तस्करों में हड़कंप
वन विभाग ने दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश देनी शुरू कर दी है। विभाग की इस बड़ी कार्रवाई से तस्करों में हड़कंप मच गया है।
टीम में ये अधिकारी रहे शामिल
इस पूरी कार्रवाई में वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम, वन दरोगा अशोक गौतम, पान सिंह मेहता, कामेश फुलेरा, एन.के. कुशवाहा, रुस्तम सिंह राणा और अंकित कुमार सहित कई वनकर्मी शामिल रहे।
वन विभाग ने मामले में आवश्यक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। बरामद की गई लकड़ी पीपलपढ़ाव वन क्षेत्र की बताई जा रही है।
