हल्द्वानी/लालकुआं:
विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ, लालकुआं द्वारा एक भव्य उपभोक्ता गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें दुग्ध उद्योग से जुड़े सैकड़ों किसान, अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ हल्द्वानी के मेयर गजराज सिंह बिष्ट, लालकुआं के पूर्व विधायक नवीन दुम्का, उपनिदेशक संजय उपाध्याय और दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
श्वेत क्रांति को दिया सम्मान
गोष्ठी को संबोधित करते हुए मेयर गजराज सिंह बिष्ट ने कहा कि आंचल डेरी ने उत्तराखंड में श्वेत क्रांति को मजबूती दी है और प्रदेश की जनता अब यहां के दुग्ध उत्पादों पर पूर्ण विश्वास करती है। उन्होंने दुग्ध उत्पादकों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
पूर्व विधायक नवीन दुम्का ने श्वेत क्रांति के जनक डॉ वर्गीस कुरियन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने देश के ग्रामीण और पशुपालक समुदाय को आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने ग्रामीणों से उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
दूध: एक संपूर्ण आहार और आजीविका का माध्यम
दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा ने कहा, “दूध केवल एक पेय नहीं बल्कि संपूर्ण आहार है। यह बच्चों के विकास, हड्डियों की मजबूती और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक है। साथ ही यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ और लाखों लोगों की आजीविका का जरिया है।”
गुणवत्ता और योजनाओं पर ज़ोर
उपनिदेशक संजय उपाध्याय और यूसीडीएफ के सामान्य प्रबंधक आर एम तिवारी ने दुग्ध उत्पादन से जुड़े किसानों की मेहनत की सराहना की और बताया कि सरकार द्वारा डेयरी उद्योग को सशक्त करने हेतु कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने गुणवत्ता मानकों और स्वच्छता के पालन पर विशेष बल दिया।
कार्यक्रम में सामान्य प्रबंधक अनुराग शर्मा ने उपस्थित उपभोक्ताओं को दही, पनीर, घी समेत विभिन्न दुग्ध उत्पादों के बारे में जानकारी दी।
डॉ कुरियन को दी श्रद्धांजलि
कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ वर्गीस कुरियन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। समापन अवसर पर प्रबंधक प्रशासन संजय भाकुनी ने सभी अतिथियों, किसानों और प्रतिभागियों का आभार जताया।
विशिष्ट उपस्थिति:
इस अवसर पर प्रभारी उपार्जन सुभाष बाबू, सहायक प्रबंधक वित्त उमेश पठालनी, विजय चौहान, गोविंद सिंह मेहता, कृष्ण कुमार शर्मा, दीपा रैक्वाल, हेमा देवी, कृपाल सिंह, गीता ओझा, रश्मि धामी, सुरेश चंद्र सहित बड़ी संख्या में दुग्ध उत्पादक, कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे।
