नैनीताल, 9 जुलाई 2025 – प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंचीधाम में श्रद्धालुओं की लगातार बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह की सिफारिश पर शासन ने ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था को हरी झंडी दे दी है। जल्द ही श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की संख्या क्षमता से तीन गुना
प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे अवधि के 20 दिनों में करीब 3.72 लाख श्रद्धालु कैंचीधाम पहुंचे। सप्ताहांत में प्रतिदिन 20 से 22 हजार श्रद्धालु यहां आ रहे हैं, जबकि मंदिर परिसर की अधिकतम दैनिक धारण क्षमता मात्र 7,000 बताई गई है। ऐसे में क्षमता से तीन गुना अधिक भीड़ पहुंचने से क्षेत्र में जाम, अव्यवस्था और सुरक्षा जोखिम लगातार बढ़ रहे हैं।
कैमरे और तकनीक से होगी निगरानी
इस योजना के तहत पर्यटन विभाग कैंचीधाम और आसपास के क्षेत्रों की धारण क्षमता का सर्वे करवा रहा है। इसके लिए:
- श्रद्धालुओं की गिनती के लिए मंदिर गेट पर हेड काउंटिंग कैमरे लगाए जा रहे हैं।
- वाहनों की निगरानी के लिए ANPR कैमरे (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) लगाए जाएंगे।
- कैंचीधाम के एसडीएम को नोडल अधिकारी बनाया गया है जो तकनीकी टीम का मार्गदर्शन करेंगे।
यात्रियों के लिए परिवहन व्यवस्था भी दुरुस्त
पर्यटन और यातायात प्रबंधन के तहत नैनीताल और कैंचीधाम के बीच ट्रेवलर सेवा में भी सुधार किया गया है:
- हल्द्वानी और काठगोदाम से सुबह 6 से 9 बजे तक नियमित ट्रेवलर चलेंगी, जो लगभग 45 मिनट में नैनीताल पहुंचेंगी।
- नैनीताल से कैंचीधाम के बीच प्रतिदिन पांच राउंड तय किए गए हैं।
- भवाली से भी ट्रेवलर सेवा को समन्वित किया गया है।
क्या मिलेगा लाभ?
इस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से:
- श्रद्धालुओं की संख्या पर नियंत्रण होगा।
- प्रशासन को पूर्व नियोजन और सुरक्षा व्यवस्था बनाने में आसानी होगी।
- स्थानीय लोगों और पर्यटकों को जाम और अव्यवस्था से राहत मिलेगी।
निष्कर्ष:
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था लागू होने से कैंचीधाम की धार्मिक आस्था और पर्यटन के संतुलन को बनाए रखने में मदद मिलेगी। साथ ही, श्रद्धालुओं को भी बेहतर और सुरक्षित अनुभव मिलेगा।
