देहरादून। उत्तराखंड में बुधवार, 6 अगस्त 2025 को मौसम ने एक बार फिर गंभीर रूप ले लिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के आठ जिलों—अल्मोड़ा, देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर और उत्तरकाशी—के लिए अगले तीन घंटों के भीतर भारी से अति भारी बारिश, आंधी, बिजली गिरने और बादल फटने की रेड अलर्ट चेतावनी जारी की है।
विभाग ने अगले 24 घंटों तक इन इलाकों में तीव्र आंधी और भारी बारिश की आशंका जताई है। लगातार बारिश से पर्वतीय क्षेत्रों की मिट्टी कमजोर हो गई है, जिससे भूस्खलन का खतरा कई गुना बढ़ गया है। मौसम विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि बारिश थमने या धूप निकलने के बाद भी भूस्खलन की आशंका बनी रहेगी।
हाल ही में उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल क्षेत्र में बादल फटने की घटनाओं ने भारी तबाही मचाई थी। इन हादसों में चार लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए देहरादून, हरिद्वार, टिहरी और चमोली जिलों में विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम संबंधी अलर्ट पर निगरानी बनाए रखने की अपील की है।
आपदा प्रबंधन टीमें और एसडीआरएफ को हाई अलर्ट पर रखा गया है, खासकर उन इलाकों में जहां बाढ़ और भूस्खलन की संभावना अधिक है।
मौसम विभाग के निदेशक रोहित थपलियाल ने कहा है,
“पर्वतीय इलाकों में मौसम बेहद नाजुक स्थिति में है। लोग सतर्क रहें और स्थानीय आपदा नियंत्रण कक्षों के संपर्क में रहें।”
गौरतलब है कि इस मानसून सीजन में यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे पहले ही कई बार बाधित हो चुके हैं, जिससे आवाजाही और राहत कार्यों में भी दिक्कतें आ रही हैं।
