कुमाऊं के डीआइजी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को कैंप कार्यालय में सभी जिलों के पुलिस प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में डीआइजी ने सीएम पोर्टल पर आने वाली पुलिस से जुड़ी शिकायतों को गंभीरता से लेने और समय पर उनका समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने निकाय चुनाव को लेकर सुरक्षा तैयारियों का आकलन करने और फोर्स की आवश्यकता की रिपोर्ट भेजने को कहा ताकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बल मंगाया जा सके।
डीआइजी ने एक साल से अधिक लंबित विवेचनाओं की समीक्षा करने पर जोर दिया और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत दर्ज मामलों का शीघ्र निस्तारण करने को कहा। सीओ के कामों की निगरानी, थानों का निरीक्षण, और विवेचकों को मार्गदर्शन प्रदान करने की समीक्षा के निर्देश भी दिए।
डीआइजी रावत ने कहा कि स्मैक और चरस के साथ पकड़े जाने वाले लोगों की धनसंपदा की जांच भी जरूरी है। उन्होंने सड़क हादसों की आशंका वाले स्थानों की पहचान कर संबंधित निर्माण एजेंसी के माध्यम से सुरक्षात्मक उपाय कराने के निर्देश दिए।
मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी संदेशों को लेकर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस टीमों को सतर्क रहने को कहा। बैठक में एसएसपी पीएन मीणा, देवेंद्र पींचा, रेखा यादव, अजय गणपति कुंभार, चंद्रशेखर घोडके सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
