हल्द्वानी (उत्तराखंड): जिलाधिकारी वंदना ने मंगलवार को कैंप कार्यालय हल्द्वानी में खनन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिले में अवैध खनन पर पूर्णतः रोक लगाने और पुराने खनन वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्षों से चल रहे जर्जर वाहन न केवल नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि सड़कों पर दुर्घटनाओं की आशंका को भी बढ़ा रहे हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि जो वाहन अत्यधिक पुराने हैं और अब भी खनन कार्य में प्रयोग किए जा रहे हैं, उन्हें हटाने की प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाए। साथ ही, वाहन फिटनेस जांच में नियमों का सख्ती से पालन कराने और ऐसे वाहनों को सड़क से हटाकर उनके स्थान पर नए वाहनों के पंजीकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने वन निगम को निर्देशित किया कि उसे गौला, नंधौर आदि नदियों में आपदा प्रभावित क्षेत्रों के आस-पास नदी के प्रवाह को सुधारने हेतु प्राथमिकता के आधार पर खनन निकासी करनी चाहिए। वन निगम को दिए गए खनन लक्ष्यों को भी समय पर पूरा करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि उपजिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित टास्कफोर्स कमेटियों को प्रत्येक माह अवैध खनन की स्थिति पर रिपोर्ट भेजनी होगी। अवैध खनन की रोकथाम के लिए वन निगम, पुलिस और परिवहन विभाग को नियमित चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए।
बैठक में बेतालघाट क्षेत्र में अवैध खनन की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस, परिवहन और खनन विभाग को संयुक्त अभियान चलाकर अवैध गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा गया। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि स्थानीय लोगों से फीडबैक लेकर यह पता लगाया जाए कि किन-किन स्थानों पर अवैध खनन हो रहा है, और उन स्थानों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी पी.आर. चौहान, संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल, उपजिलाधिकारी परितोष वर्मा, रेखा कोहली, तुषार सैनी, प्रमोद कुमार, के.एन. गोस्वामी, नवाजिस खालिक और जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विजय नाथ शुक्ल समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
